पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग जरुरी
जितना अधिक हम सौर ऊर्जा का प्रयोग करेंगे, पर्यावरण को स्वच्छ रखने में उतना ही योगदान कर सकते हैं। पेड़-पौधों को लगाने के साथ -साथ उन्हें सरंक्षित करना तथा नदियों एवं तालाबों को स्वच्छ रखना हमारा नैतिक कर्त्तव्य है। इसलिए पर्यावरण के लिए यह अधिक आवश्यक है कि हम प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करें न कि उपभोग। यह बात जन्तु विज्ञान विभाग द्वारा ‘बायोडायवर्सिटी एंड नेचुरल रिसोर्स फॉर सस्टेनेबल डवलपमेंट’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में डा. वाईएसपी यूनिवर्सिटी ऑफ हार्टीकल्चर एंड फोरेस्ट्री, सालोन के कुलपति प्रो. एचसी शर्मा ने कहीं। उन्होंने प्राकृतिक संसाधन के संदर्भ में बोलते हुए कहा कि आज पूरा विश्व जिस प्रकार से संसाधनों का दोहन करने में लगा है निकट भविष्य में इसके परिणाम भयावह हो सकते हैं इसलिए हमें भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपने आचार व्यवहार को प्रकृति के अनुरूप अपनाना होगा।
इससे पहले जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष और संगोष्ठी के संयोजक प्रो. एके चौबे ने संगोष्ठी का विषय परिवर्तन करते हुए वृद्धि, प्रजनन, पर्यावरण तथा ग्लोबल वार्मिग पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने प्रदूषण तथा भोजन प्रकृति के बारे में बोलते हुए कहा कि यदि हम संयमित जीवन व्यतीत करेंगे तो निश्चित रुप से हम स्वस्थ रह सकते हैं तथा पर्यावरण सरंक्षण में भी अपना सहयोग कर सकते हैं। Read more…